Chal Ri Sakhi
Bhanu Singh
चल री सख़ी
चल अपने ही अंगना
चल री सख़ी
चल अपने ही अंगना
देश पिया का लागे पराया
देश पिया का लागे पराया
चल री सख़ी
चल अपने ही अंगना
चल री सख़ी
चल अपने ही अंगना
माटी का चुहला
माके की रोटी
याद आए बचपन
माई की लोरी
माई की लोरी
माटी का चुहला
माके की रोटी
याद आए बचपन
माई की लोरी
ठहरी हे याद वहां
बाबुल का प्यार जहाँ
चल री सख़ी
चल अपने ही अंगना
चल री सख़ी
चल अपने ही अंगना
देश पिया का लागे पराया
देश पिया का लागे पराया
चल री सख़ी
चल अपने ही अंगना रे
अंगना रे
अंगना