Paise Bina Koi Kaise Jiye
पैसे बिना कोई कैसे जिए, हा हा इसी पैसे के लिए
पैसे बिना कोई कैसे जिए, हा हा इसी पैसे के लिए
पैसे के लिए बनी रे कठपुतली मैं भी बनी
बनी रे कठपुतली मैं भी बनी
पैसे बिना कोई कैसे जिए, हा हा इसी पैसे के लिए
पैसे के लिए बनी रे कठपुतली मैं भी बनी
बनी रे कठपुतली मैं भी बनी
पैसो के दम से इस जहा मे, रोनक है सुबह शाम की
ऐसे जहा मे जिंदगी है, पैसे बिना किस कम की
सड़को पे नाचू, सड़को पे नाचू
रात दिन मैं मर्ज़ी यही है राम की
बनी रे कठपुतली मैं भी बनी
बनी रे कठपुतली मैं भी बनी
ये दुनिया वाले खुद को बेचे, हक दूसरो का मार के
पैसो की खातिर दिल दीवाने, बिक जाए सब कुछ हार के
क्या है बुराई, हो क्या है बुराई
मैं लुतौऊ नगमे खुशी के प्यार के
बनी रे कठपुतली मैं भी बनी
बनी रे कठपुतली मैं भी बनी
मेरा भी दिल है दिल मे मेरे, सपने सुहाने है कई
जिसके लिए मैं जान लूटा दू, ऐसा भी अपना है कोई
उसको तमन्ना, हो उसकी तमन्ना
कर दू पूरी मेरी तमन्ना है यही
बनी रे कठपुतली मैं भी बनी
बनी रे कठपुतली मैं भी बनी
पैसे बिना कोई कैसे जिए, हा हा इसी पैसे के लिए
पैसे बिना कोई कैसे जिए, हा हा इसी पैसे के लिए
पैसे के लिए बनी रे कठपुतली मैं भी बनी
बनी रे कठपुतली मैं भी बनी