Moujo Mein Ae Sanam
JAVED AKHTAR, NAGRATH RAJESH ROSHAN
मौजो में आए सनम
डूबेंगे साथ हम
आओ ना आओ ना
मौजो में आए सनम
डूबेंगे साथ हम
आओ ना आओ ना
मुझको बचले
तू नागिन है आरज़ू
धीरे धीरे तंन से लिपटी जाए
मुझको बचले
तू नागिन है आरज़ू
दिल में बस गयी
मुझको दस गयी
दस गयी दस गयी दस गयी
मौजो में आए सनम
डूबेंगे साथ हम
आओ ना आओ ना
तूने जो छू लिया
मुझको ये क्या हुआ
नस नस में
बहती है एक चिंगारी
तूने जो छू लिया
मुझको ये क्या हुआ
मैं तो खो गयी
पागल हो गयी
हो गयी हो गयी हो गयी
मौजो में आए सनम
डूबेंगे साथ हम
आओ ना आओ ना