Saanson Ki Mala Pe Pee Ka Naam
प्रेम के रंग में ऐसी डूबी
बन गया एक ही रूप
बन गया एक ही रूप
प्रेम की माला जपते-जपते
आप बनी मैं श्याम
प्रेम की माला जपते-जपते
आप बनी मैं श्याम
साँसों की माला पे, सिमरूं पी का नाम
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं पी का नाम
अपनी मन की मैं जानू और पी के मान की राम
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं पी का नाम
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं पी का नाम
अपनी मन की मैं जानू और पी के मान की राम
अपनी मन की मैं जानू और पी के मान की राम
साँसों की (साँसों की)
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं पी का नाम
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं पी का नाम
जीवन का शृंगार है प्रीतम
माँग का है सिंदूर
माँग का है सिंदूर
जीवन का शृंगार है प्रीतम
माँग का है सिंदूर
माँग का है सिंदूर
प्रीतम की नज़ारो से गिर कर जीना है किस काम
प्रीतम की नज़ारो से गिर कर जीना है किस काम
साँसों की (साँसों की)
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं पी का नाम
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं पी का नाम
प्रेम के रंग मे एसे डूबे
बन गया एक ही रोग
बन गया एक ही रोग
प्रेम के रंग मे एसे डूबे
बन गया एक ही रोग
बन गया एक ही रोग
प्रीतम की नज़ारो से गिर कर जीना है किस काम
प्रीतम की नज़ारो से गिर कर जीना है किस काम
साँसों की (साँसों की)
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं पी का नाम
साँसों की माला पे, सिमरूं मैं पी का नाम