Mallaah
Agnee, Amitabh Bhattacharya
मल्लाह, मेरे ना-खुदा
मल्लाह, मेरे खैर-ख्वाह
मल्लाह, पार ले चल ज़रा
मल्लाह, मेरे राज़दान
मल्लाह, मेरे पासबान
मल्लाह, दूर साहिल मेरा
मल्लाह, पार ले चल ज़रा
आधी लिखी हुई सी है
आधी मिटाई सी हुई मेरी दास्तान
आधा-अधूरा सा मेरा सफ़र
आधा निभाया सा हुआ हर वास्ता
मेरी हसरतें
मेरी ख्वाहिशें गुस्ताख हैं
हासिल भी क्या
इनका सिला बस राख है
मल्लाह, दूर साहिल मेरा
मल्लाह, पार ले चल ज़रा
दूर साहिल मेरा
दूर साहिल मेरा
पार ले चल ज़रा