Lillah
ये भोली धुप ओढ़े तुम
निगाहों में जो चलती हो
बड़ी मुश्किल हो जाती है
धड़कते दिल में आके तुम
साँस बनके जो खिलती हो
बड़ी ही मुश्किल हो जाती है
अंजाने में या की जान बूझकर करती हो
सुंदर से भी कुछ ज़्यादा हसीन लगती हो
लेकर के तुम दरिया इश्क़ का बहती हो
हो बस में भला अपने क्यूँ नही रहती हो
यह भोली धूप ओढ़े तुम
निगाहों में जो चलती हो
बड़ी मुश्क़िल हो जाती है
धड़कते दिल में आके तुम
साँस बन के जो खिलती हो
बड़ी ही मुश्क़िल हो जाती है
नज़र हट’तो नहीं तुमसे
देखा ऐसा ना किया करो
बढ़ा कर मुश्किलें मेरी
देखो ऐसे ना जिया करो
लिल्लाह हा
यूँ इतनी खूबसूरत ना दिखा करो
लिल्लाह हा
यूँ इतनी खूबसूरत खूबसूरत ना दिखा करो
लिल्लाह लिल्लाह
सरफिरे ख्वाब लाके तुम
नींदों में क्यों रखती हो
बड़ी मुश्किल हो जाती है
धीमे से नाम जो मेरा
दुआओं में पढ़ती हो
बड़ी मुश्किल हो जाती है
दिल-ए-हालात पर मेरी
तंज ऐसे ना कसा करो
बढ़ा कर मुश्किलें मेरी
देखो ऐसे ना हंसा करो
लिल्लाह लिल्लाह
यूँ इतनी खूबसूरत ना दिखा करो
लिल्लाह लिल्लाह
यूँ इतनी खूबसूरत खूबसूरत ना दिखा करो