Kahin Pe Nigahen Kahin Pe Nishana [Trap Mix]
MAJROOH SULTANPURI, ONKAR PRASAD NAYYAR
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
जीने दो जालिम बनाओ
ना दीवाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कोई ना जाने ईरादे
हैं किधर के
कोई ना जाने ईरादे
हैं किधर के
मर ना देना तिर नज़र
का किसी के जिगर में
मर ना देना तिर नज़र
का किसी के जिगर में
नाजुक यह दिल है
बचाना ओ बचाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना
कही पे निगाहे
कही पे निशाना