Dulhan Chali Saajan Ghar
आये हैं दिन सावन के
आये हैं दिन सावन के
साजन से मिलन के दुल्हन चली
साजन घर बन ठन के
आये हैं दिन सावन के (आये हैं दिन सावन के)
साजन से मिलन के दुल्हन चली (साजन से मिलन के दुल्हन चली)
साजन घर बन ठन के (साजन घर बन ठन के)
नयनों में कजरा
हाथों में गजरा
नयनों में कजरा
हाथों में गजरा
गालों पे फूलों की लाली
गालों पे फूलों की लाली
जादू भरी टोरी अँखियाँ रसीली
हाँ अँखियाँ रसीली
हाँ अँखियाँ रसीली
जादू भरी टोरी अँखियाँ रसीली
जैसी रस की प्याली
जैसी रस की प्याली
माथे पे बिंदिया दमक
माथे पे बिंदिया दमक
चमाचम चमके
दुल्हन चली साजन घर बन ठन के
आये हैं दिन सावन के (आये हैं दिन सावन के)
साजन से मिलन के दुल्हन चली (साजन से मिलन के दुल्हन चली)
साजन घर बन ठन के (साजन घर बन ठन के)
नयनों में भर कर
दिल की उमंग नयी
दिल की उमंग नयी
दिल की उमंग नयी
नयनों में भर कर
दिल की उमंग नयी
भोली दुलहन शर्मायी
भोली दुलहन शर्मायी
बागों में बुलबुल
बोले कि आज कोई
बोले कि आज कोई
बोले कि आज कोई
बागों में बुलबुल
बोले कि आज कोई
होने चली है पराई
होने चली है पराई
चाँद सा झूमर छनके
चाँद सा झूमर छनके
पैंजनिया ठुमके
दुल्हन चली साजन घर बन ठन के
आये हैं दिन सावन के (आये हैं दिन सावन के)
साजन से मिलन के दुल्हन चली (साजन से मिलन के दुल्हन चली)
साजन घर बन ठन के (साजन घर बन ठन के)