Chaman Mein Rah Ke Virana
चमन में रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
चमन मे रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
खुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन मे रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
खुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन मे रह के वीराना
न जाने क्यों बदलती जा रही है ज़िंदगी मेरी
न जाने ज़िंदगी मेरी
न जाने क्यों बदलती जा रही है ज़िंदगी मेरी
न जाने ज़िंदगी मेरी
मैं दिल से बेख़बर दिल मुझ से ग़ाफ़िल होता जाता है
चमन में रह के वीराना
ये उलझन और ये बेचैनी ये धड़कन और ये बेताबी
ये धड़कन और ये बेताबी
ये उलझन और ये बेचैनी ये धड़कन और ये बेताबी
ये धड़कन और ये बेताबी
मेरा दिल जाने किन तीरों से घायल होता जाता है
चमन मे रह के वीराना मेरा दिल होता जाता है
खुशी में आज कल कुछ ग़म भी शामिल होता जाता है
चमन मे रह के वीराना