Awaarapan Banjarapan
Sayeed Quadri, M M Kreem
ये दुनिया ही जन्नत थी
ये दुनिया ही जन्नत है
ये दुनिया ही जन्नत थी
ये दुनिया ही जन्नत है
सब कुछ खोकर आज ये हम पर
भेद खुला है सीने में
ये दुनिया ही जन्नत थी
ये दुनिया ही जन्नत है
ये दुनिया ही जन्नत थी
ये दुनिया ही जन्नत है
सब कुछ खोकर आज ये हम पर
भेद खुला है सीने में