Dard Alif Hai
AMAN PANT, ZAIGHAM IMAM
दूप के शामियाने बन गए है आशियाने
दूप के शामियाने बन गए है आशियाने
रात की सियहियो में मिल गये है ठिकाने
कदम बड़ा है सब तेरा
तेरा ही ये आसमा तेरे ही ये जहाँ
ख़्वाब अलिफ़ है चाह अलिफ़ है
सच की जानि भर राह अलिफ़ है
ख़्वाब अलिफ़ है चाह अलिफ़ है
सच की जानि भर राह अलिफ़ है
अलिफ़ है अलिफ़ है
हर एक सुबह को सींचना नयी लकीरें खींचना
हर एक सुबह को सींचना नयी लकीरें खींचना
नया सा बक्क पड़ाना है जहाँ को अब बताना है
है होंसलो में दमअगर तो हम उड़ेंगे अर्श पर अर्श पर अर्श पर
आए ए ए ए ए ए ए
दर्द अलिफ़ है सांस अलीफ है
ज़िंदा रहने की आस अलिफ़ है
ख़्वाब अलिफ़ है चाहअलिफ़ है
सच की जानि भर राह अलिफ़ है
अलिफ़ है अलिफ़ है अलिफ़ है अलिफ़ है
जीने के लिए लड़ना नहीं
पढ़ना जरुरी है