Sang Tere
मुकमल हूं मैं, बस संग तेरे
इक तू ही समझ, धंग मेरे
तेरे रू-ब-रू, खिले रंग मेरे
मुझे तेरे इश्क ने, है सांवारा
ओ खुदारा, ओ खुदारा, ओ खुदारा, ओ खुदारा
हर हसरत मेरी तू जाने
नादानियाँ भी पहचाने
मेह्फूस में तेरे सिरहाने
मुझे क्या करना हे जग सारा
ओ खुदारा, ओ खुदारा, ओ खुदारा, ओ खुदारा
मुझे तेरी याद में बहना हे
तुझमे ही डूब के रहना हे
हो मुझी चढ़ने दे तेरी मस्ती
जाऊं भूल में अपनी हस्ती
हो मुझे और नहीं कुछ कहना हे
तुझमे ही डूब के तैरना हे
मुझे तेरी आस में जीना हे
मुझे तेरे पास ही जीना हे
तेरे एहसास मे जीना हे
मुझे तेरी चाह में
ओ खुदारा, ओ खुदारा, ओ खुदारा, ओ खुदारा
तेरे करीब मैं मुस्कान लागू
तेरे सामने रोने से न डरू
तेरे साथ करें मुख्तार मुझे
इक तू ही मेरी कमजोरी है
हर जज़्बा मेरा तू ही तू
तेरे करीब ही मैं जिंदा हूं
पाकीजा बनाया, तेरे इश्क ने
खुद से मिलवाया, तेरे इश्क ने
मुझे इश्क सिखाया तेरे इश्क ने
तेरे इश्क ने मुझको है निखार
ओ खुदारा, ओ खुदारा, ओ खुदारा, ओ खुदारा
ओ खुदारा, ओ खुदारा, ओ खुदारा, ओ खुदारा