Duniya Hai Maa Ki Godi Mein
Kshitij Patwardhan, Amit Trivedi
छोड़ के तू भागा जब से मेरा आँचल
गिला गिला लागे आँखों का ये काजल
मत होना तू जुदा नज़रों से मेरे
ऐसे ना दूर जा
कैसी डोरी लाऊ जो तुझे खिंच लाये
वही लोरी गौ जो अभी तुझे भाए
एक पल सब भूल जा
हाथो पे मेरे बच्चे सा झूल जा
दुनिया है माँ की गोदी में
दुनिया है माँ की गोदी में
दुनिया है माँ की गोदी में
आजा मेरे सांवरे जो चाहे तू मांग ले
यहा ठंडी ठंडी चांदनी सुहानी
पुरवा ये जैसे चल रही दीवानी
ये नरम गरम खावबो की रजाई
कोई अनकहा सा रिश्ता है रुहानी
सोया सोया है
और खोया खोया तेरे सासों का धागा
मेरी सांसों में पिरोया हुआ है
कैसी डोरी लाऊ जो तुझे खिंच लाये
वही लोरी गौ जो अभी तुझे भाये
एक पल सब भूल जा
हाथो पे मेरे बच्चे सा झूल जा
दुनिया है माँ की गोदी में
दुनिया है माँ की गोदी में
दुनिया है माँ की गोदी में
आजा मेरे सांवरे जो चाहे तू मांग ले
आजा मेरे सांवरे