Sapne
बादल की हो सवारी
हूँ मैं एक राज कुमारी
तारों का ताज़ हो मेरा
जो चाहूं वो मैं पाउ
जहाँ भी जाना चाहूं
अगले ही पल मैं हू वहाँ
सपने मेरे वो हो जाए ना
कहीं ये सभी खो जाए ना
तकिये में गुसफुसा
माँगी हैं कुछ दुआएँ
जाने सच होंगे के ना
तारो के और आगे
इक देश हैं जहाँ पे
मिल गया वो मुझे वहाँ
काग़ज़ की कश्ती ओ में
उन के सागरो में
तेरेंगे रात भर वहाँ
सपने मेरे गुम हो जाए ना
कहीं ये सभी खो जाए ना
तकिये में गुसफुसा
माँगी हैं कुछ दुआएँ
जाने सच होंगे के ना
पिछले दीनो पल का सोचा
यहीं सब कुछ मैने
सदा नही बस थोड़े टेड़े से है हु हु
सपने मेरे हे हे
तकिये में गुसफुसा
माँगी हैं कुछ दुआएँ
जाने सच होंगे के ना
बादल की हो सवारी
हूँ मैं एक राज कुमारी
तारों का ताज़ हो मेरा
जो चाहूं वो मैं पाउ
जहाँ भी जाना चाहूं
अगले ही पल मैं हू वहाँ
सपने मेरे गुम हो जाए ना
कहीं ये सभी खो जाए ना
तकिये में गुसफुसा
माँगी हैं कुछ दुआएँ
जाने सच होंगे के ना
जाने सच होंगे के ना
ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म
जाने सच होंगे के ना