Toot Gaya Sab Sapne Mere
टूट गये सब सपने मेरे, टूट गये
टूट गये सब सपने मेरे
यह दो नैना सावन भादों, बरसे शाम सवेरे
टूट गये सब सपने मेरे, टूट गये
दर्द लगी पर ठेस लगायी टूटा जो दिल आवाज़ यह आयी
दर्द लगी पर ठेस लगायी टूटा जो दिल आवाज़ यह आयी
सुख की तमन्ना करने वाले सुख नहीं भाग तेरे
टूट गये सब सपने मेरे
यह दो नैना सावन भादों, बरसे शाम सवेरे
टूट गये सब सपने मेरे
दुःख के सताये सुख के दीवाने देख रहे थे ख़्वाब सुहाने
दुःख के सताये सुख के दीवाने देख रहे थे ख़्वाब सुहाने
आँख खुली तो आस के बदले यास खड़ी थी घेरे
टूट गये सब सपने मेरे
यह दो नैना सावन भादों, बरसे शाम सवेरे
टूट गये सब सपने मेरे