Awaargi
Aditya A
ये मौसम बदल जाने दे
मीलो के पत्थर गुजर जाने दो
मन को हवा में घुल जाने दो
में रास्तो में बरसाऊं
में चलता फिरता घरसाऊं
घुमु में मग्न
दिल में तुझे बसा के में
आवारगी सी करता हूँ
घुमु में मग्न
दे रे न दे रे न दे रे न दे रे न
दे रे न दे रे न
घुमु में मग्न