Tumhari Yaad Ayee Hai
ओ ओ ओ हो ओ ओ ओ
ओ ओ ओ हो ओ ओ ओ ओ
क्यूँ तेरे लिए तड़प रहा ये दिल मेरा
क्यूँ सारा जहां ख़फ़ा लगे
छूटा जो साथ तेरा
ओ मेरे रांझना
सुन ले ना दास्तान
दूर यूँ मुझसे जाओ ना
तुम्हारी याद आई है
नज़रों के सामने कभी तो आओ ना
तुम्हारी याद आई है
नज़रों के सामने कभी तो आओ ना
तुम्हारी याद आई है
नज़रों के सामने कभी तो आओ ना
हा आ आ हा आ आ
अर्श से ज़मीन पे
हर ज़र्रे ज़र्रे पे
राह ए इश्क़ पे चल के
तुझको ही माँगूँ
अर्श से ज़मीन पे
हर ज़र्रे ज़र्रे पे
राह ए इश्क़ पे चल के
तुझको ही मांगूँ
महफ़ूज़ रख लूँ तुझको दिल मे छिपा के
हिफ़ाज़त करूँगी तेरी खुदको मिटा के
ओ मेरे रांझणा
सुन ले ना दास्तान
दूर यूँ मुझसे जाओ ना
तुम्हारी याद आई है
नज़रों के सामने कभी तो आओ ना
तुम्हारी याद आई है
नज़रों के सामने कभी तो आओ ना
तुम्हारी याद आई है
नज़रों के सामने कभी तो आओ ना(आ आ )
काच सा में टूटा हु
राख सा में बिखरा हु
फ़िज़ा ऐ मोहब्बत में
उड़ता सा पत्ता हु
हां काच सा में टूटा हु
राख सा में बिखरा हु
फ़िज़ा ऐ मोहब्बत में
उड़ता सा पत्ता हु
रस्क इ ज़न्नत हो तुम या कोई हूर हो
पास रहकर भी क्यों इतनी तुम दूर हो
ओ मेरे रांझणा सुनलेना दास्ताँ
दूर यु मुझसे जावोना
तुम्हारी याद आई है
नज़रों के सामने कभी तो आओ ना
तुम्हारी याद आई है
नज़रों के सामने कभी तो आओ ना
तुम्हारी याद आई है
नज़रों के सामने कभी तो आओ ना(आ आ )