Naam [Unplugged]
JAANI, MILLIND GABA
भूल गये वो दिन क्यों रे जानी
क्यूँ वो शाम भी भूल गये
पहले तो भूले मुझको सनम तुम
फिर मेरा नाम भी भूल गये
जे कुछ वी नही याद तेनु
आजा वे मार्दे मेनू
मेरा की दसदे कसूर
क्यूँ होया मेरे कौनो दूर
पहली वारी हमने पीया था
पीला के वो जाम भी भूल गये
पहले तो भूले मुझको सनम तुम
फिर मेरा नाम भी भूल गये
हाल हमारा तेरे बिन ओह यारा
हाल है अपना ऐसे
निकल कर पानी से मछली कोई रे
तड़पति होती है जैसे
वे रातों रात ज़िंदगी चकड् दे
हाए रब करे तेनु वी कोई छड़ दे
मेरा की डॅस दे कसूर
क्यूँ होया मेरे कौनो दूर
रहना हमें याद करते कहा था
छोटा सा काम भी भूल गये
पहले तो भूले मुझको सनम तुम
फिर मेरा नाम भी भूल गये